पलवल.4 अप्रैल।
सुनील कुमार जांगड़ा.
पुलिस प्रवक्ता कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार एसपी पलवल डॉक्टर अंशु सिंगला के कुशल नेतृत्व में जिला पुलिस लगातार अपराधियों पर शिकंजा कस रही है इसी कड़ी में साइबर क्राइम थाना पलवल पुलिस ने ऑनलाइन फर्नीचर बेचने का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
साइबर क्राइम थाना पलवल प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार के अनुसार साइबर थाना में तैनात हेड कॉन्स्टेबल नरेश कुमार साइबर क्राइम के प्रतिबिंब पोर्टल एप की निगरानी करते हैं। उनकी टीम पलवल जिला में एक्टिव साइबर अपराधियों के नंबरों की इस एप के जरिए निगरानी करती है। इस एप से उन्हें पता चला कि साइबर अपराध करने वाले एक मोबाईल नंबर पलवल जिला में एक्टिव है।इस नंबर के जरिए कर्नाटक के जिला उडीपी, कर्नाटक से 45 हजार रु, महाराष्ट्र के नासिक में 36 हजार रूपये की ठगी की गई है। इसके अलावा फरीदाबाद के एनआईटी और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से भी ठगी की गई। इसके बाद टीम ने मामले में जांच शुरू कर दी। साइबर अपराधियों द्वारा उपयोग में लाया गए नंबर की लोकेशन के आधार पर पुलिस गांव कोट में आरोपितों की तलाश करते हुए खेत तक जा पहुंची। खेत पर बने मकान में चार युवक हाथ में फोन लिए हुए बात करते हुए दिखाई दिए। पुलिस को देखकर दो युवक मौके से भाग गए, जबकि दो युवकों को पुलिस ने पकड़ लिया।
वारदात का तरीका-पकड़े गए गांव नाटोली निवासी आरोपी ने बताया कि वह फेसबुक पर कुर्सी, मेज, डर्म व विभिन्न प्रकार का फर्नीचर का सामान बेचने के लिए फोटो डालता है। यह फोटो उसके द्वारा बनाई गई फर्जी आईडी से डाले जाते हैं। पोस्ट के साथ वह अपना नंबर भी डालता था। पीड़ित फर्नीचर खरीदने के लिए उससे संपर्क करते और झांसे में फंस जाते। वह ऑनलाइन फर्नीचर की डिलीवरी का झांसा देकर पीड़ित से ऑनलाइन रूपये मंगा लेता।
- दूसरे पकड़े गए नूंह के गांव मेवली निवासी आरोपी ने बताया कि उसका रिश्तेदार और उसका पुत्र एक फर्जी तरीके से असम से सिम कार्ड लाए थे, जिन्हें वह मोबाईल फोन मे डाल कर लोगों के साथ धोखाधड़ी करते हैं। उन्होंने गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश, फरीदाबाद समेत कई लोगों के साथ लाखों की धोखाधड़ी की है।
प्रभारी थाना ने आगे बतलाया की दोनों आरोपियों को आज पेश अदालत कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।