


फरीदाबाद.12 नवंबर।
वंदना.
उपायुक्त एवम अध्यक्ष ज़िला रैडक्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद विक्रम सिंह के निर्देशानुसार एवं सचिव बिजेंद्र सौरोत के मार्गदर्शन में राजकीय बालिका वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय एन आई टी 3 फरीदाबाद के प्रांगण में चल रहे जूनियर रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर के दूसरे दिन दिनांक 12/11/2025 का आरंभ रेडक्रॉस प्रार्थना व रेडक्रॉस झंडा गीत के साथ शुरू हुआ।
दर्शन भाटिया, रैडक्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद के प्राथमिक चिकित्सा प्रवक्ता द्वारा प्राथमिक चिकित्सा से सम्बंधित जानकारी देते हुए बताया प्राथमिक चिकित्सा किसी चोट या बीमारी के तुरंत बाद दी जाने वाली प्रारंभिक देखभाल है, जिसका उद्देश्य जीवन बचाना, स्थिति को बिगड़ने से रोकना और व्यावसायिक चिकित्सा सहायता आने तक व्यक्ति को बेहतर बनाना है। इसमें मामूली कट-छंट की सफाई और पट्टी बांधना शामिल है, लेकिन जानलेवा स्थितियों में यह जीवन रक्षक भी हो सकती है। उन्होंने छात्रों को प्रैक्टिकल देकर विभिन्न प्राथमिक चिकित्सा के गुर सिखाये।
वीरेंदर बल्हारा, ट्रैफिक ताऊ के द्वारा सड़क सुरक्षा सहित यातायात नियमो के बारे में जानकारी देते हुए छात्रों को बताया कि सड़क पर हमेशा बाईं और चले, बाइक चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करें, अधिक स्पीड से वाहन को ना चलाये, साथ ही चार पहियों के वाहन पर सीट बेल्ट का उपयोग करने सहित सड़क सुरक्षा को लेकर अनेको प्रकार कि जानकारी दी, जिससे की किसी प्रकार का खतरा ना हो सके।
रेडक्रॉस नशा मुक्ति केंद्र के परियोजना निदेशक धर्मेंद्र कसाना द्वारा छात्रों को नशा करने के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। इस अवसर पर उन्होंने छात्रों को नशे से दूर रहने और स्वस्थ जीवन अपनाने का संदेश दिया। उन्हें बताया गया कि नशा शरीर, परिवार और घर को बर्बाद करता है, इसलिए सभी छात्राओं से नशे से दूर रहने की अपील की एवं सभी छात्र और छात्राओं को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई।
सोनिका, रेडक्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद के टी आई प्रोजेक्ट की कॉउंसलर द्वारा छात्रों को एचआईवी/एड्स बीमारी के बारे में जागरूक किया उनके द्वारा बताया गया कि भारत एचआईवी/एड्स उन्मूलन की दिशा में लगातार कठिन प्रयास कर रहा है। यह संक्रमण असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई/सिरिंज का साझा उपयोग, और गर्भवती माँ से बच्चे में फैल सकता है। बचाव के तरीकों में सुरक्षित यौन संबंध अपनाना, कभी भी सुइयों या सिरिंजों को साझा न करना, और इसके बारे में सही जानकारी रखना शामिल है। एचआईवी संक्रमण को रोकने का एकमात्र तरीका है – लोगों को इस बारे में जागरूक किया जाए। लोगों को इसकी उत्पत्ति एवं प्रसार के बारे में बताया जाए ताकि लोग इस महामारी के दुष्प्रभाव से बच सकें।
अंतिम कड़ी में विभिन्न स्कूलों से आये हुए छात्रों के मध्य पेंटिंग प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमे सभी छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ प्रतियोगिता में भाग लिया। शिविर निदेशक इशांक कौशिक द्वारा सभी छात्रों को इस पेंटिंग प्रतियोगिता में शामिल होने पर शुभकामनाएं दी और कहा कि शिविर का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों कि जानकारी देना है जिससे छात्रों के मानसिक ज्ञान में वृद्धि हो सके।
इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुनीता, इंस्पेक्टर हरियाणा पुलिस, प्राथमिक चिकित्सा प्रवक्ता दर्शन भाटिया, अरविंद शर्मा, मनदीप, मनमोहन शर्मा, चालक अजय देव, सेवादार रामकिशोर और रामबरन एवं अन्य स्कूल स्टाफ ने पूर्ण सहयोग दिया।
