फरीदाबाद:15 अप्रैल।
सुनील कुमार जांगड़ा.

अब अपराधी किसी भी अपराध को अंजाम देने के बाद बच नहीं पाएंगे। फरीदाबाद में अब किसी भी आपराधिक घटनाओं से संबंधित साक्ष्यों का परीक्षण करना काफी आसान हो जाएगा। दरअसल, फरीदाबाद पुलिस को गृह मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गांधीनगर गुजरात से एक फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन वैन मिली है। यह वैन अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं, जिससे आपराधिक घटनास्थल पर ही साक्ष्यों का परीक्षण कर प्राथमिक रिपोर्ट दी जाएगी। अभी प्रदेश को चार हाईटेक वैन मिली है जिनको फरीदाबाद, गुरुग्राम, पंचकूला और सोनीपत में भेजा गया है।
पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि इस फॉरेंसिक लैब वाहन में ड्रग डिडक्शन किट, एक्सप्लोजिव किट, फिंगर प्रिंट किट, फुट प्रिंट किट, डीएनए किट, फ्रिज, जनरेटर, वीडियो कैमरा और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस फॉरेंसिक लैब वाहन के जरिए किसी भी आपराधिक घटना का मौके पर ही प्राथमिक परीक्षण किया जा सकेगा।
उन्होंने आगे बताया कि वैन आधुनिक तकनीक से लैस है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जो बेसिक चीज होती हैं, उसकी सुविधा इस वैन में दी गई है। आपराधी घटना में जो साक्ष्य (जैसे ब्लड) मिलते हैं, उसका मौके पर ही सैंपल एकत्र कर प्राथमिक रिपोर्ट तैयार की जाएगी। देरी होने के बाद सैंपल खराब हो जाता है, क्योंकि इन सैंपल को प्रिजर्व करने की सुविधा पुलिस के पास नहीं है लेकिन इस फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन वैन में सैंपल को सुरक्षित रखने के लिए फ्रिज की भी व्यवस्था की गई है।
वैन में पावर सप्लाई हमेशा बनी रहे, जिसके लिए हैंडसेट जनरेटर भी लगाया गया है, साथ ही विधि विज्ञान प्रयोगशाला के लगभग सभी डिवीजन और क्षेत्र इस वैन से कवर हो जायेगें। इस वैन में नारकोटिक्स जांच की व्यवस्था, विस्फोटक पदार्थ संबंधित जांच की व्यवस्था, फायर शॉट के दौरान निकलने वाले केमिकल के जांच की व्यवस्था, सीमेन, ब्लड, ह्यूमन सलाइवा के जांच की सुविधा भी उपलब्ध है। इसके अलावा डिफरेंट वेवलेंथ लाइट सोर्स की भी सुविधा वैन में दी गई है। ऐसे में किसी भी पदार्थ की जांच मौके पर ही की जा सकेगी।
वैन में आगे और पीछे दोनों तरफ कैमरे लगाए गए हैं क्योंकि, नए कानून में घटनास्थल की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी करना अनिवार्य है, ऐसे में वैन जब घटनास्थल पर पहुंचेगी तो कैमरे से रिकॉर्डिंग शुरू हो जाएगी. जिसको रिकॉर्ड करने के लिए वैन में सिस्टम लगाए गए हैं। वैन में माइक्रोस्कोप, फ्रिज, स्क्रीन, फिंगरप्रिंट किट, फुटप्रिंट किट समेत वो तमाम चीजें मौजूद हैं, जिनकी जरूरत घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम को होती है।
पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता ने इस हाईटेक वैन का जायजा लिया और इसमें उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी ली।
पुलिस आयुक्त ने कहा कि नए कानून का उद्देश्य यही है कि त्वरित गति से न्याय दिया जा सके, यह तभी संभव है जब एफएसएल (फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की रिपोर्ट जल्द मिल जाए। लिहाजा ये वैन घटनास्थल पर मौजूद रहेगी तो तत्काल सैंपल लेकर प्राथमिक जांच रिपोर्ट दी जा सकेगी।
इस दौरान फरीदाबाद पुलिस की फॉरेंसिक टीम से डॉक्टर मनीषा व डॉक्टर सुमन उपस्थित रहे।

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