लाखों दर्शकों ने उठाया मेले का लुत्फ
-मेला ड्यूटी मे,पुलिस रही चुस्त
सीसीटीवी की मजबूत निगरानी और ने नहीं होने दी कोई भी घटना
पुलिसकर्मियों की संख्या कम होने के बावजूद कड़ी मुस्तैदी के चलते किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई घटित
सुरक्षा के मद्देनजर 625 सीसीटीवी कैमरों माध्यम से निगरानी के लिए एक्सपर्ट रखे गए थे जिससे चप्पे चप्पे पर थी पुलिस की पैनी नजर
फरीदाबाद-18 फरवरी।
वंदना .
पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के कुशल मार्गदर्शन और मेला अधिकारी डीसीपी अमित यशवर्धन के कुशल नेतृत्व व क्लोज मॉनिटरिंग तथा पुलिस की चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बलबूते 37वां अंतराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला का शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। जिसमें माननीय गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय ने समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की।
इस संबंध में जानकारी देते हुए फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि सूरजकुंड में चल रहे हस्तशिल्प मेले का आज शांतिपूर्ण तरीके से समापन हुआ। जिसमें फरीदाबाद पुलिस द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था के चलते किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित नहीं हुई और सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से चोरी की वारदातों पर भी अंकुश लगाया गया। फरीदाबाद पुलिस व अन्य जिलों की सहित करीब 2,000 पुलिस कर्मी मेले की सुरक्षा व्यवस्था व यातायात व्यवस्था में तैनात किए गए हैं। पुलिस आयुक्त महोदय के निर्देश अनुसार अबकी बार पुलिस ज्यादा हाईटेक हुई 625 से अधिक हाई क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मेले में आने वाले हर व्यक्ति की गतिविधियों पर बारिकी से नजर रखी गई। क्राइम ब्रांच और महिला पुलिस द्वारा सादी वर्दी में तैनात रहे तथा इसके अलावा ड्रोन के माध्यम से भी मेला क्षेत्र की मैपिंग की गई।
जैसा कि विदित है कि सूरजकुंड में 2 फरवरी से 18 फरवरी तक लगे सूरजकुंड मेले का शुभारंभ भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रोपति मुर्मू के कर कमलों से हुआ था। इस अवसर पर हरियाणा के माननीय राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, माननीय मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल, मंत्रीणग विधायक व चीफ सेक्रेटरी संजीव कौशल हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर टूरिज्म प्रधान सचिव एमडी सिन्हा, पुलिस कमिश्नर राकेश आर्य, डीसी विक्रम सिंह, एमडी टूरिज्म नीरज कुमार , उमाशंकर भारद्वाज, हरेंद्र यादव सहित हरियाणा व भारत सरकार के संबंधित विभागों के उच्च अधिकारी व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे थे।
मेले में आगुंतकों की सुविधा के मद्देनजर पुलिस कंट्रोल रूम बनाया गया था। जहां पहले 550 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे और बाद में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़कर 625 की गई और उनकी मॉनिटरिंग के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया ताकि कोई भी व्यक्ति चोरी या किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को अंजाम नहीं दे सके। सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से हर स्टॉल पर कड़ी निगरानी रखी गई और चप्पे चप्पे पर पुलिस के पहरे के चलते कोई अपराधिक या चोरी की घटना घटित नहीं हुई। पुलिस कंट्रोल रूम तथा खोया पाया काउंटर की बदौलत मेले में खोए हुए बच्चे या किसी भी प्रकार की वस्तु को ढूंढने में बहुत सहायता मिली। जिसकी वजह से मेलादर्शकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। मेला ड्यूटी में कार्यरत पुलिसकर्मियों द्वारा सरहनीय कार्य किया गया। सूरजकुंड मेला मे गुरुग्राम से आई एक महिला का पर्स गुम हो गया था, सीसीटीवी कंट्रोल रूम में तैनात पुलिस टीम ने (कैमरा टू कैमरा ) एक कैमरे से दूसरे कैमरे में चेक करते हुए पर्स तलाश कर दंपति को लौटाया। पर्स को चैक करने पर ₹ 21000/-रु नगद वा एक फोन बरामद हुआ। महिला अपने पर्स को पाकर अति प्रसन्न हुई। इसके अलावा दिल्ली के रहने वाली एक लड़की का पर्स गुम हुआ था जिसमें 1500 रुपए थे उसे भी ढूंढकर लड़की के हवाले किया गया। सोनीपत की रहने वाली शिखा नाम की लड़की का स्टाल गुम हुआ जिसका जिसकी कीमत ₹4000 थी। पुलिस टीम ने सीसीटीवी के माध्यम से इसे ढूंढ कर वापस लड़की तक पहुंचाया। वहीं मेले में आई दो महिलाओं से उनका बैग और मोबाइल नहीं गुम हो गया और उसे भी ढूंढ कर उनके हवाले किया गय। एक अन्य गुमशुदगी का मामला भी सामने आया जिसमें सीरिया की विदेशी आर्टिस्ट का कार्टून भी उसको भी सीसीटीवी कैमरा के माध्यम से ट्रैक करते हुए ट्रेस किया और उसने पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद किया।